मैं तो दिल की बात करती रही, कमबख्त दिमाग
सोचता भी तो क्या, कहता तुम समझ नहीं रही
और मै खुद को जवाब दे पाती, शायद अब भी
मल्लिका जैन
उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...