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मानो तो सही
उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...
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🌅ये तेरे मेरे सपनो की हकीकत का मुकाम जन्हा कन्हआ है प्राप्ति तेरे मेरे बीच तृप्ति का फलसफा क्या नया है तुम कभी मानोगी तृप्ति में शिव बनू या...
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वफ़ा इश्क का फसाना मशहूर हो गया शिकायत और शिकवे भी शामिल हो गए चलो कुछ दूर चलते हैं, फितरत तुम्हारी पसंद इतनी मुझे की तुम मशहूर और में भी मशह...
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अहससो में मंजूरी दू या राहों में तस्वीर सी बने मंजूर क्या करू मेरा फैसला भी बेहतर बने रूबाई या शहनाई, वादक,क्या कोई गजल बने गम या मुहब्बत ...