गुरुवार, 7 अप्रैल 2022

😀हसरतों का दौर है😁

हसरतों का दौर है कैसे  कितना हसली करें
थक चुके अरमानो को हौसला देने को चले
नए मिसाल बन  जाए  फिर मुकाम को चले
अपना वक्त है अब फिर मंजिल को चले
राहो में अब तबस्सुम को ले कर चले
😀मल्लिका जैन😁

मंगलवार, 5 अप्रैल 2022

😀व्यवस्थाओ कि खातिर😁

🤔⌛⏰🕕,🙄
प्रयास चलते हैं व्यवस्थाओं की खातिर,
कुछ बन जाते कुछ ठीक हो जाते,देखते
एहतियात भी बरतते,फिर भी कही लगता
है कि अभी बाकी हैं ठीक हो कैसे किसी का तो
कर्ज चुका किसी का सुख महका, किसी का मुकद्दर
संवर गया,पर ये दरबार किसका लगा,दरबारी कौन
है,आहट भी नही कोई ये कैसा फलसफा है प्रयास
और व्यवस्था का,या किसकी ख़ातिर ये फलसफा?
😊मल्लिका जैन ☺️

शुक्रवार, 1 अप्रैल 2022

💥रौद्र रूप मेरा💥

कहते शक्ति मुझको, मानते भी हो क्या, कही साथ
भी चलते हो क्या जब जब चोट लगती तुम्हे साथ खड़ी
जब जब परेशानी में पढ़े मेरे रौद्र रूप में प्राणम किया
खड़े हो गए कतार में,रौद्र रूप मेरा कितना सुन्दर फिर 
भी अपनी संतानों के लिए उपकार किया मेरी विनम्रतापूर्वक बातों का आकलन जब न हुआ तो रौद्र
रूप ही सामने आएगा,साथ कन्हा देते हो,न कोई हस्ती
मेरी न अस्तित्व तुम्हारा सब के सब मूढ़ता से भरे हुए किसकी गल्ती है ये सच ही सच की पहचान नही देता
तो को किसका मोल जानेगा,सदियों से उतरे नही धारा पर तुम क्या हिसाब लगाओगे, मेरे अहसासों को कितना
और कौन सा जामा पहना ओगे ,कब तक मेरे रौद्र रूप
को उकसाओगे तुम भी बच नही पाओगे चोट तो में ठीक
ही करूंगी इस रौद्र तम में भी,आखिर कभी तो समझ जाओगे
💥मल्लिका जैन💥

मानो तो सही

उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर  तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू  तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...