मंगलवार, 6 अगस्त 2013

फलसफा रह गया



फलसफा रह गया


हमने चाहा  था क्या ये क्या हो गया
मंजिले इश्क का फलसफा रह गया 

यु अचानक उजाले ने करवट ली
अंधेरो से वास्ता रह गया

मै  न  पाऊँगी उसे ये दर्द है
इस दर्द का फसाना रह गया

चलो तुमसे को वादा  करे 
इस इरादे का ख़्वाब रह गया

तमाम उम्र गुजरेगी तन्हाई में 
तेरे साथ गुज़ारे पालो का हिसाब रह गया

मै तुझे पाउँगा कभी शायद बस 
इस एक बात का इंतजार रह गया 


मानो तो सही

उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर  तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू  तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...