मंगलवार, 9 मई 2023

थॉट एंड थिंक

ब मुश्किल मुद्दतों से एक उसे पाया आज उसको भी
कही और पाया मेरा ईश्क उसका तमाशा बन गया
क्या खूब इसकी रहमत का मरहम पाया भरोसा टूट
गया उसने मुझ को इस कदर तन्हा किया, मेरे पास
क्या कुछ नही क्या सब उसकी सरहद से बाहर है
मेरे लिए किसी तरह तो ईनतज़म होता उसकी रहमत
को किसी का भी हौसला न पाया, यँहा सब खरीद दार
है कोई किसी का नही, उसको आज कितना बेबस पाया
मल्लिका जैन

सोमवार, 1 मई 2023

मुद्दत

वफ़ा इश्क का फसाना मशहूर हो गया
शिकायत और शिकवे भी शामिल हो गए
चलो कुछ दूर चलते हैं, फितरत तुम्हारी
पसंद इतनी मुझे की तुम मशहूर और में
भी मशहूर देंखे क्या फ़ितरत निकलती हैं
कुछ करम कुछ नग्मे बस मेरी नसीहत 
मल्लिका

मानो तो सही

उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर  तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू  तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...