शनिवार, 25 अप्रैल 2020

🍀सुबह सुबह 🍀

✨ लोगों की जरूरत पूरी करती ज़िन्दगी अच्छी हैं
रोज लोगो की खवाहिश से सजती संवरती ज़िन्दगी अच्छी हैं,कोई अपने मन की कहता,तो कोई सपने
देखता ज़िन्दगी अच्छी हैं,इस सब में जीवन की इच्छा
अच्छी हैं कोई अच्छा तो कोई कम अच्छा,फिर भी
अच्छा ही है,सब की अपनी ख़ुशी अपने सपने,उनकी
अपनी दुनियां अच्छी हैं, कर्म का हिसाब तो कहीं त्याग
तो कहीं खटी मीठी नोक झोंक अच्छी हैं,हर तरफ से
सबकी अपनी शिकायत तो कभी,और कुछ,फिर भी,
उसकी बनाई दुनिया अच्छी हैं,
🍀🌹

गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

✨ये जो ख़्वाब है 🙏

क्या कही सच भी जिंदा रहता है,रोज कोई तन्हा
सच को जी ता है उम्र का तकाज़ क्या करू, जूठ
कितना छो टा है,तमाम बातें हैं, मै और क्या कहूं,
मेरी किस्मत को भी बांट लिया लगता है अपनों ने
गैर की बात क्या करू,कहती रही सब से मगर,
सब के धोखे हसीन है,और मेरा सच बस जी रहा
सबको अपनी ही धुन,और मेरी तलाश अब भी
कुछ और है, य न्हा उम्र बीत गई हैं और लोग कहते है
मैं ज़िन्दा हूं,आज किसी को क्या बोलूं रूठूं भी जाऊ
तो किस कोई अपना तो हो, न जीने की ख्वाहिश
न मारने की चिंता फिर भी किसी आफत सी ज़िन्दगी
आज सुकून के पल चुरा लूं, जीने की ख्वाहिश भी बांट दू
मगर दर्द के अल्फ़ाज़ नहीं होते,और ख़ुशी की तलाश 
बाकी नहीं, न दुनियां  को  दर्द चाहिए न सुख ही,
सुकून मेरा, मुझे बेहद अज़ीज़ है,मेरे पास आज इसका
पता तो है,मुझ में जीने की ख्वाहिश में कितनों के
ख्वाब पूरे हो गए,और मुझे अब तक मेरा ही पता न चला
अस्तु....
मल्लिका जैन 🙏🙏🍀

मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

😇 समय,Time😇

😇समय बदलता है,किसी से पूछता नहीं, की सुख
में हो या दुःख में,क्योंकि समय की कोई शिकायत
किसी से नहीं,इसका कार्य ही चलते रहना है,
"मै पल में तोला, तो पल में लंबा अंतराल हूं
 तू समझ ले मुझे,शायद मुझ को तो मेरा,
पता याद है, मै रहता सब जगह और कहता
भी हूं,तू समझ में कैसा नौनिहाल हूं, तेरे दुःख
तेरे सुख सब अच्छे हैं, मै समय हूं बदल जाना
मेरा ही कमाल है,कोई,कहता है मन की शक्ति,
तो कोई, तदबीर, मै ही अपनी एक मिसाल हूं,
😇😇😇😇🙏✨
मल्लिका जैन

सोमवार, 13 अप्रैल 2020

😇आज का दिन 🍀

आज का दिन अच्छा था,जैसे मेरे हिस्से में सब अच्छा
😇मेरे अपनों से दूरी, कम  आंखों में पानी था अच्छा
किसी की तकलीफ़ भी समझ गई और मेरा दर्द अच्छा
नसीब को दोश दे नहीं सकती, दिन का हिसाब अच्छा
मेरी रातों को तरानुम बनाने का ख्वाब किसी का अच्छा
दिन भर की जाने कैसी कशमकश और दिन अच्छा
हजारों की तादाद और मेरा मसला हमेशा अच्छा
जानती नहीं जिनको उनको भी खुशी मिली अच्छा
करम नवाजिश सब कुछ जाने कान्हा से आया अच्छा
और अच्छे से खुद ही जीती हू सब उसका है अच्छा।
And all is well 😊😊

मानो तो सही

उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर  तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू  तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...