शुक्रवार, 31 जनवरी 2020

😃ख्वाहिश 😃

👍मेरी ख्वाहिशों की दुकान में क्या क्या जुड़ जाता,😃
😃कभी बेटे की पढ़ाई की चिंता,तो कभी खुद की😃
😃किस्मत का किस्सा इन उलझे सुलझे विचारो के😃
😃कहीं किसी अपने का याद आना,अखर जाता हैं😃
😃समय है कि रुकता नहीं,और सब्र है हारता नहीं😃
😃मुझ को शौक भी कैसे हैं, घर की दहलीज के सब😃
😃सपने देखने ,रोज याद दिलाते है,चल अभी और😃
😃 मुकद्दर बात बंद,आज फिर मुझे कहीं नौकरी की😃
😃की तलाश में जाना है और,आज तो मिल ही जाए😃
😃यही ज़िन्दगी की कहानी है मेरी कलम से मेरी 😃
😃अपनी कहानी है, दुनियां और दोस्तो की बात 😃
😃च लरहने दे ख्वाहिश, नई बनानी है, छोड़ कविता😃
🌻अभी तो आज की कहानी बनानी है🌻
💓 मल्लिका जैन,💓

बुधवार, 29 जनवरी 2020

किस्मत

😃हसीन और जहीन किस्मत कैसी है, दोस्त मेरे😃
😃ये जुआ खेल ही जाती हैं,देखती हूं इसको 😃
😃ऑस्कर ये मुझे आजमा रही हैं या मै इसको😃
😃तू मुझे पुकार ले,आज कुछ बेहतर हो जाए😃
😃इस बार तो दोस्तो से मुलाक़ात हो ही जाए😃
😃 मै समझ लेती हूं, उसके जज़्बात,यारो😃
😃आज मेरे जज़्बातों की बात हो जाए,मुनासिब😃
😃वो रहनुमा मेरे कहीं तो मेहरबां हो जाए,😃
🌻 मल्लिका जैन 🌻

शनिवार, 25 जनवरी 2020

✨👍उसकी आशिकी में✨

😃उसकी आशिकी में इस कदर रूबरू हो गए,😃
मोहब्बत की कसम तन्हा हो गए,वो कुछ कहे तो😃
हम उनको सुनाए,उनकी तारीफ में क्या कसीदे सुनाए
वो जहीन और हसीन कितना है क्या बताए,😃
बिना मोल के हम बिक गए,और वो कुछ कहे तो सही😃
सुन लूंगी उसको बड़े शौक से वो कुछ कहे तो सही😃
यारो का को यार है,उसकी मिसाल क्या दू,वो जिस्म😃
का नहीं रूह का सुकून है, मै उसका परिचय क्या दू😃
एक ख़ूबसूरत नज़्म की झनकार या किसी,गीत की😃
की गुनगुनाहट, मै उसको, तकदीर का मसीहा नहीं तो😃
और क्या कहूं,मेरे पास उसका जवाब आ जाता 😃
वो इस क़दर सादगी में रहता है कि क्या कहूं,😃
अब में अपनी किस्मत के सवार ने वाले को क्या कहूं😃
मल्लिका जैन 😃✨👍💗

शुक्रवार, 10 जनवरी 2020

ज़िन्दगी 👍

😃 सोहबत कितनी 😃

👍आज फुर्सत तो नहीं,फिर भी घर के कार्य पड़े हैं 😃
😃 कहे किसको, खुद ही करने हैं, कुछ पीड़ा का अहसास 😃 तन को हैं, कुछ मन भी बेचैन,कोई बीमारी नहीं,बस😃
😃 ठंड की अटखेलियां है, सहन नहीं हुई,तो कोई बीमारी,😃
😃का नाम दे गया,कुछ डॉक्टरों की फीस,और दवा की 😃😃कीमत का पर्चा भरा गया,शरीर ही तो है,शायद,उम्र का😃
😃असर पड़ रहा है,चलो कोई बात नहीं, खुद को खुद से 😃
😃ही ढाडस देती हूं, तमाम कोशिश करती हूं,मन को और😃
😃 शरीर को चलाती हूं, जिन्दा होने का सबूत इतना😃
 😃काफी हैं,आज फिर सुबह की शुरुआत अच्छी है,😃
😃 काफिया तो कोई बना नहीं, और ज़िन्दगी अच्छी है 😃
😃
😃मल्लिका जैन 😃

रविवार, 5 जनवरी 2020

खूबसूरत

👍 ख़ूबसूरत ✨

🤲मेरी हर दुआ में वो शामिल हैं,कहते हैं 👌
🤗 ज़िन्दगी जिसको,सब उसकी अमानत है ✨
💢मुफलिसी, तो नहीं,मगर रईसी भी तो नहीं✨
😇 उसे पुकारू कैसे,जिसकी नेमत से मै,जी रही✨
🥰कहते हैं सब जिसको ज़िन्दगी मेरे पास आज💞
💢उसका पता नही, ज्जबात,समझ कर अपने💢
👏 बयान क्या करू,रोशनी की किरण या फिर👏
👍ज़िन्दगी,सब में उसका ही नूर,वो दूर कितना👏
🤲और आगे भी, सिलसिला चला आता,जब✨
😂चलो आज फिर से एक बार उसे तलाश करु ✨
✨ मल्लिका जैन ✨

मानो तो सही

उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर  तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू  तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...