सोमवार, 1 मई 2023

मुद्दत

वफ़ा इश्क का फसाना मशहूर हो गया
शिकायत और शिकवे भी शामिल हो गए
चलो कुछ दूर चलते हैं, फितरत तुम्हारी
पसंद इतनी मुझे की तुम मशहूर और में
भी मशहूर देंखे क्या फ़ितरत निकलती हैं
कुछ करम कुछ नग्मे बस मेरी नसीहत 
मल्लिका

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

मानो तो सही

उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर  तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू  तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...