शनिवार, 16 अक्तूबर 2021

🍄कहानी किस्सों की🥜

🍱एक रात की बात कहनी सुना रही थी बेटे को🍲
🍘खुशियों और तारों सितारों की,तभी बेटे ने पूछा🍲
🥞मा कभी तारे भी हंसते हैं, तुम जो रहती हो व्रत🍙
🌭इनके क्या ये भी कभी तुम्हे समझते हैं, मैं चुप🌮
🥙और बेटा बोला,मा आगे की कहानी सुना,तब 🥗
🍔मुझे नींद आ जायेगी, मेरी कल्पना, उसके सवाल🍜
🍟आज का बस यही सिलसिला, रात गहरी हुई,🍟
🍨और बेटे को कहानी सुन नींद आ गई, और मैं?🍢
🌿मल्लिका जैन🌾

शुक्रवार, 15 अक्तूबर 2021

🌾यँहा किसकी बात करूं🌿

🌸यंहा किसकी बात करूं, उधार का सीधा समान🌸
🌸या फिर रद्दी की टोकरी,या खाली भारी जेबो की🌸
🌸या फिर मोहब्त या बेवफाई की देखो किसी भी🌸
🌸नजरिए से तमाम शोहरत बिखरी पढ़ी है,कभी🌸
🌸कभी किसी को भाषा कि फिक्र तो किसी को 🌸
🌸अपनी ही धून, जाने दो सब के आप के मतलब🌸
🌸यंहा में किसकी पसंद या ना पसंद की बात करूं🌸
🌸यंहा  किसकी बात करूं🌸
🌼मल्लिका जैन🌼

शनिवार, 2 अक्तूबर 2021

🌿सत्य की श्रद्धांजलि🌿

🏵️देखती हूँ तो आहट भी नही,पहचानती हूँ
तो जानती भी नहीं, ये किसकी मज़ार पर
सर झुका हुआ है, देख कोई अपना तो नही
यँहा सब कहते हैं मै मेरी ही बात करती हूं
पर इन अजनबियों का मुझे पता भी नही,
सजदा करें या दिया बत्ती लगा दे फर्क क्या,
मेरे लिए किसी को परवाह नहीं, ये मेरा देश
आज क्यो पराया सा लगता हैं, क्यो यँहा,मेरे
अपने बच्चो की बाते अलग हो गई, मेरे लिए
देश विदेश की बात बेमानी सी हो गई, आज
फिर किसी की हस्ती नेस्त नाबूत हो गई, आज
पिता, हारा या बेटा, या बेटी या फिर जाने कौन
से रिश्ता टूट गया, मेरी लाश थी ही नही जाने
किसकी सोहबत लगी कि कुछ अहसास भी
बेमानी बन गए आज में थका या तुम जीते, सोचो
तो बस एक बात और कहे तो सदियों की सौगात 🏵️
🌼मल्लिका जैन🌼

मानो तो सही

उम्र के दौर में क्या शिकायत तुमसे करू यू तो तमाम मसले है सुलझाने को पर  तुम सुनो तो सही कन्हा तक तुम्हे पुकारू  तुम कभी आओ तो सही, क्या मै ग...