🍘खुशियों और तारों सितारों की,तभी बेटे ने पूछा🍲
🥞मा कभी तारे भी हंसते हैं, तुम जो रहती हो व्रत🍙
🌭इनके क्या ये भी कभी तुम्हे समझते हैं, मैं चुप🌮
🥙और बेटा बोला,मा आगे की कहानी सुना,तब 🥗
🍔मुझे नींद आ जायेगी, मेरी कल्पना, उसके सवाल🍜
🍟आज का बस यही सिलसिला, रात गहरी हुई,🍟
🍨और बेटे को कहानी सुन नींद आ गई, और मैं?🍢
🌿मल्लिका जैन🌾